राजनीति को चुनावों तक ही सीमित रखो, राजनीतिक मार को राजनीति की मार से ही मारो
आपसी भाईचारा व सद्भावना बनाये रखिये, चुनावी रंजिश को राजनीतिक तरीके से निकालिये, चुनाव 5साल के और उम्रभर का आपसी बैर-विरोध ना बांधिये, 5साल बाद फिर से चुनाव आयेंगे फिर बदला लेने का वक्त आयेगा हम फिर बदला लेंगे राजनीतिक तरीके से
चुनावी हार-जीत हमारा भविष्य तय नहीं करती, हमारा भविष्य तय करता है आपसी प्रेम, भाईचारा और आपसी सद्भावना!
चुनाव में हार-जीत निश्चित है और हर कोई अपना पासा फेंकता है और बदलता है और ये हर किसी का हक भी है!
कोई सामने खडकर मारता है कोई पीठ पीछे खंजर भोंपता है, सामने खडे विरोधी का दुख नहीं ब्लकि पीठ पीछे खंजर भोंपने वाले पीठ को नहीं ब्लकि सीने को छलनी करते हैं और वही लोग चुनाव लडना सिखा जाते हैं चुनावी चालें सिखा जाते हैं
अंत यही विनती करूंगा कि आपसी समाजिक भाईचारा व मिलनसारता बनाकर रखिये, हम सब एक हैं, हम सब समाज को सुधारने वाले हैं, आईये समाज के लिये काम करें
आपका युवा साथी : राहुल काजल (प्रदेश महासचिव: हरियाणा कांग्रेस आईटीसैल)
आपसी भाईचारा व सद्भावना बनाये रखिये, चुनावी रंजिश को राजनीतिक तरीके से निकालिये, चुनाव 5साल के और उम्रभर का आपसी बैर-विरोध ना बांधिये, 5साल बाद फिर से चुनाव आयेंगे फिर बदला लेने का वक्त आयेगा हम फिर बदला लेंगे राजनीतिक तरीके से
चुनावी हार-जीत हमारा भविष्य तय नहीं करती, हमारा भविष्य तय करता है आपसी प्रेम, भाईचारा और आपसी सद्भावना!
चुनाव में हार-जीत निश्चित है और हर कोई अपना पासा फेंकता है और बदलता है और ये हर किसी का हक भी है!
कोई सामने खडकर मारता है कोई पीठ पीछे खंजर भोंपता है, सामने खडे विरोधी का दुख नहीं ब्लकि पीठ पीछे खंजर भोंपने वाले पीठ को नहीं ब्लकि सीने को छलनी करते हैं और वही लोग चुनाव लडना सिखा जाते हैं चुनावी चालें सिखा जाते हैं
अंत यही विनती करूंगा कि आपसी समाजिक भाईचारा व मिलनसारता बनाकर रखिये, हम सब एक हैं, हम सब समाज को सुधारने वाले हैं, आईये समाज के लिये काम करें
आपका युवा साथी : राहुल काजल (प्रदेश महासचिव: हरियाणा कांग्रेस आईटीसैल)
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