Friday, 4 August 2017

गुजरात के पत्थरबाज और कश्मीर के पत्थरबाज सबकी विचारधारा एक है

दोस्तो, आज नया लेख लेकर आया हूं, आज का लेख गुजरात के पत्थरबाजों के नाम।


आज राहुल गांधी गुजरात बाढ पीडितों से मिलने गये और ये उनका मिलना लोकतंत्र की हत्यारी पार्टी बीजेपी को नागवार गुजरा और एक साजिश के तहत पत्थरबाजी करवा दी। क्यूंकि राहुल गांधी बाढ पीडितों का दर्द जानने गये थे, क्या किसी का दर्द जानना जुर्म है?
राहुल गांधी का जुर्म बस ये है कि उन्होंने अपने विधायकों को बीजेपी से बचाकर कर्नाटक मे रखा हुआ है और बीजेपी राज्यसभा का चुनाव हार रही है।



हमारे देश मे आपातकाल से भी बदतर हालात हैं कोई नेता किसी पीड़ित से नही मिल सकता, कोई नेता जनता के बीच नही जा सकता।
नरेंद्र मोदी जी को पूछना चाहूंगा कि क्या यही है आपका न्यू इंडिया? क्या यही है आपका हिंसक इंडिया? क्या यही है आपका पत्थरबाजी वाला इंडिया?


गुजरात के पत्थरबाज और कश्मीर के पत्थरबाजों की विचारधारा एक ही है, वो सब दिलो से एक है, कश्मीर के पत्थरबाज अलगाववादियों से पैसे लेते हैं और गुजरात से पत्थरबाज बीजेपी से पैसे लेते हैं। कश्मीर के पत्थरबाजों और गुजरात के पत्थरबाजों मे फर्क नही है।


नरेंद्रमोदी जी आप अगर विधायक नही खरीद पाये तो ये पत्थरबाजों को क्यूं भेज दिया? क्या यही है आपकी हिंसक सरकार?
नरेंद्र मोदी जी आपको बताना चाहूंगा कि हम कांग्रेसी हैं कोई संघी नही जो झुककर आपकी चम्मची करेंगे, हमने अंग्रेज़ो से लडाई लडी है हम काले अंग्रजों से लडाई लडना जानते हैं, हम काले अंग्रेजों को जवाब देना जानते हैं हम हिंसक नही हो सकते लेकिन हम आपको जवाब देंगे बिना हिंसा के।
नरेंद्रमोदी जी आपकी सरकार शांति बहाल करने मे नाकाम रही है और आपकी पार्टी गुंडो से भरी पडी है पहले अपनी पार्टी से गुंडो को निकालिये।


"क्या हुआ गांधी के विचारों का, सत्ता मे काबिज है यार गोडसे के यारों का, हर तरफ हिंसा हो रही है जोर से, लोकतंत्र नही दबेगा गोडसे के यारो के जोर से, गांधी को पत्थर मार वो पद बडा पा लेंगे बीजेपी की ओर से, मगर ये नही दबेगा सिपाही कांग्रेस का किसी आजमाइशे-जोर से, हम चल अहिंसा की राह पर शांति की बहाली करवायेंगे कांग्रेस की ओर से"


दोस्तो, जरा सोचकर देखिये, क्या कभी कांग्रेस ने अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी व नरेंद्र मोदी को पत्थर मरवाये?
कालेझंडे दिखा सकते हैं लेकिन अब पत्थरबाजी का दौर आ चुका है इस पत्थरबाज सरकार मे।
कांग्रेस अहिंसा की राह पर चल देश मे शांति बहाली के लिये देश मे एक आंदोलन चलायेगी और इस आंदोलन मे हर भारतवासी को भागीदार बन खुद को सुरक्षित करना होगा।


"आ संग चल मिलकर शांति बहाली के लिये, कांटो को फेंक बाहर आ पानी डाल फूलों की क्यारी के लिये, दूर रख राजनीति को चल संग शांति बहाली के लिये, कमल खिलता है गंदगी मे और कांटे भी तो संग होते हैं दर्द देने की तैयारी के लिये, समझ जाओ देश के लोगों अब निकल पडो संग कांग्रेस के शांति बहाली के लिये"


बस इसी के साथ विदा लेता हूं दोस्तो।


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